बेटी को पढ़ा लिखा कर जॉब मिलता है,फिर शादी में लाखों खर्चा होता है।लड़की जो भी कमाती है उसमें ससुरालबालों का हक होता है,लेकिन मां बाप की देखभाल केवल बेटा करे क्यों।
पैतृक सम्पत्ति में बेटी के हिस्सा जी ज़मीन की कीमत 6 लाख और उसकी शादी में हुए खर्चे का ब्याज सहित राशि 77 लाख हो गईं फिर पीहर में हिस्सा दिलाना उचित है?
शादी के बाद बेटि को पिता के यहा नही पती कि सम्पत्ति मे अधिकतर मिलता है। शादी शुदा बेटी शशुराल वालो के दबाव मे अपने भाई के सम्पत्ति मे दखल करती है।तो भाई भहन के बीच बैमनुयता फैलती है। स्वागत है ऐसे कानून की।।
पिता की संपत्ति में पुत्र पुत्री किसी का अधिकार नहीं होना चाहिए व्यक्ति अपना संपत्ति किसे देगा अपनी मर्जी बेटा जूता मारेगा तो क्या बेटा को हम संपत्ति देंगे बिल्कुल नहीं। बेटा हो या बेटी जो इज्जत करेगा जो सेवा करेगा वही उत्तराधिकार है
बेटी को सिर्फ इन हालत में पिता की सम्पति पर अधिकार मिलना चाहिए: 1. Unmarried daughter 2. Widow daughter dependent on father. 3. Divorcee daughter dependent on father. 4. Only daughter(s) of father.
Aap bhi raho na kisi ke bas me.. sirf aurate kyu rahe bas me.. Agar janam diya hai to beta aur beti dono ko saman adhikar dena padega.. dahej mat do... Par hissa to Dena padega apne sabhi bachho ko barabar..warna bachhe paida hi mat karo
पहीली बात यह है निचली कोर्ट ने दिया फैसला बदल दिया है! मतलब साफ है। की ओ गलत दिया है तो फैसला देने वाला ईस न्याय व्यवस्थामे गलत कभी नही माना गलया. हम लोग पुरे बरबाद होजाते है ऊपरकी कोर्ट जाते जाते! जवानी मे केस दर्ज करो ईन्तजार मे बुढे होकर मर जा ओ लेकी ईतनी देर क्यो एसा कभी कीसने नही पुछा ना कोई पुछने की हीम्मत करता.है।जो पुछेगा कोर्टक् अवमान होगा ईसलीये ऊपर चलो वास्तविक निचले कोर्ट का फैसले को चॅलेन्ज करना यही पर अवमान है! दुख होता है जीसपर भरोसा कीया असनेही धोका दिया कीसके पास रोये अब मजाक चल रहा हैरूपये वाले लढते हे गरीब वैसाही मर रहा है! तो ओ अपना खुदका फैसला सुनाता नही तोभी फैसला आये तक जिन्दा रहुगा या नही उससे बेहतर आजही मर्डर करके क्या होगा फासी मरना तो है। हर तारीख पे मरनेसे बेहतर एकबारकेस फाईल आज भी मजबुरी है ९९परसेन्ट लोक न्याय व्थवस्थापर भरोसा नही करते क्योकी आदमी पेसे लेकर झुट गवाह दे रहा और न्याय व्यवस्था भरोसा कर रही है पोलीस ईनव्हेटीकेशन कर रही जिसको कुछभी मालुम नही ओ चिल्हाह चिल्हाकर सफाई दे रहा जेल सजा वारकौ सजा को अन्जाम दे रही । सजा खत्म हुई बेगुन्हा बडा कातील बनकर बाहार आरहा है जबतक बच्चे बिबि पुरा परीवार बेहाल हुवा मजबुर हुवा पत्नी शरीर बेचकर बच्चे पालकर मर रही वा क्या बात है ! जबतक न्याय व्थवस्था अपना फैसला ९०दिन मे नही दे सकती तो परीवार का खर्चा सारी जिम्मेदारी सरकार ऊठाये या तो न्यायालय अमेरीका मे यही होता हे! मर्डरहुवा मॅजी साथमे पोलीस ईन मे रहता है सब सचाई स्वयम मालुम रहती वहीपर टेम्पररी सेड मे अदालत सुरू आर दुसरे दिन जो है औ फैसला.मीलता है!यहापर सीर्फ पोलीस आरटीओका काम ईमानदारीसे करतीहै बाकी मतलब नही आर आरटिओ एजंट के भरोसे चलता है!साहाबजी ईस काले फत्तरोके दिवारोके अंन्दर सजा भुगतने वाले जो है आ सीर्फ काले कोट वालोको मनमानी दक्षना देनेमे कम पडे है वरना सबतो बाहार है । वकील साहाब बुरा मत मान लेना हमने तो सच्चाई लीखी ईमानदारी तो आधे पेट सो रही है जब मोदीजीको हराने हम चल रहे तो दुनिया को ईमानदार नही चाहीये बेमान पेटभरके खायेगा ईमादार हल चलाये गर मोदि जी रहे तो कीसे काटा चुभने ना पाये हम बिलकुल राज नितीसे सर्पक नही रखते यह हमारी सत्यता है जयसीयारामजीकी
वैसे भी पिता की संपत्ति में बेटी को अधिकार नहीं होना चाहिए बेटी का उत्तरदायित्व और कर्तव्य और सेवा सब ससुराल में होती है यहीं पर का अधिकार होना हे माता पिता बेटी को बड़ा करके योग्य बनाकर विवाह करके ससुराल में भेज देता है उन्हें कुछ भी मिलता नहीं है इसलिए जब बेटी का सारा कर्म क्षेत्र ससुराल है तो अधिकार भी वही होना चाहिए विचित्र स्थिति में अनहोनी होती है बेटी कमजोर हो जाती है तो माता पिता और भाई का हिदायत है कि अगर वह सक्षम है तो मदद करें और इसी तरह से इत्तेफाक से बेटी बहुत ताकतवर है और उसके माता-पिता है भाई कमजोर है उसे भी मदद करना चाहिए करना ही होगा अगर यह दोनों बातों का पालन हो
Kya bikul sahi hai? Agar beti shadi hi na kare toh? Ye kis hindu kitab mein likha hai ki beti hi sasural jaegi? Kya pati k marne ka baad har sasural uss beti ka khayal rakhega? Kya pati k zinda rehete har sasural us beti ka khayal rakhta hai? Tumhare hisab se Agar bharat ki har ladki manaa kar de ki hum sasural nahin jayenge balki pati sasural aayega toh tumhari shadi hogi?
Jab beti ko sasural me dukh hota pratadit kiya jata hoga to vah kahan jaegi man bap ke gar hi to jaegi or jo padi likhi nahin hogi to vah kya karke Khali or kahan rahegi
Beti sadi krke sasural nhi jayenge blki pti dusre ke gher rhega na ab nhi chal payega ab samaj me bdlav hoga beti ko hisssa mil ke rhega ydi koi nhi jbarjsti ke lenge Mera hissa koi lega lelenge
सनातन वैदिक संविधान के अनुसार पिता की मूल संपत्ति पर बेटी का अधिकार नहीं होता है विवाह उपरांत ससुराल में ही बेटी का संपत्ति में अधिकार होता है ऐसा ही कानून होना चाहिए। क्योंकि माता-पिता और भाई दहेज संपत्ति में ही बेटी बहन को सब कुछ दे देते हैं।
@@pushpapatel125 यदि बेटियाँ पिता के घर संपत्ति का अधिकार लेंगी तो भाई बहन में विवाद बढ़ेगा। और रिश्तो में खटास आएगी इसलिए ससुराल में ही बेटियों का संपत्ति में अधिकार होना चाहिए यही वैदिक संविधान कहता है।
Dahej lena dena apradh hai. Aur hamare Sanatan dharm me beto se jyada adhikar betiyo ka hota hai, pehale bin maange sabkuch mil jaata tha ab maang kar bhi nahi milta. Sanatan dharm ke hisab se beta property ka rakshak hota hai hakdar nahi
बिल्कुल ऐसा नहीं है सॉन्ग में 10 लड़कियां सही है वरना आजकल की लड़कियां झूठा मुकदमा करके लड़कों को फंसा रही है परेशान कर रही है सर जेवर और कपड़ा लेकर मायके में बैठ जाती है और झूठा मुकदमा कर देती है
सब घटिया न्यायतंत्र है। एक कुछ बोलता है दूसरा कुछ , तीसरा कुछ। एक दिन ऐसा आएगा लोगों को न्याय खुद ही करना पड़ेगा। जनसंख्या 250 करोड़ होने दो फिर देखना।
इतनी दुर जाने से तो अच्छा ये ही होगा कि, बेटी की शादी के बाद ही अपनी इस बेटी से पुर्णतः संबंध ही तोड देना चाहिये और वो भी कानुनी तौर पर…..ना ही ऐसी ब्याही बेटी के घर जाना और ना ही खानावाना…अर्थात सीधा सीधा इस ब्याही हुई बेटी को मुर्दे की श्रेणी में जाल देना …..या मृत समझना…😭😭😭 सबसे महत्वपुर्ण बात ये कि बेटी हो या बेटा, उनका जन्मदाता कौन होता है….इनमें से कोई भी अपनी मर्जी से इस धरती पर नही आता…..😭😭😭😭
सुप्रीम कोर्ट ने बेटी को पिता की संपत्ति पर अधिकार नहीं दिए जाने का स्वागत है क्यों कि 2015में यह अधिकार दिए जाने के बाद से पिता बेटी भाई बहनों के झगडे बढ़ने लगे जमीन पर भूमाफिया इस बात का फायदा उठाने लगे रास्तों में दरारें पड़ रही थी
वैदिक संविधान तो यही कहता है कि ससुराल में ही बेटियों को संपत्ति का अधिकार होना चाहिए पिता के घर पर नहीं इसलिए ऐसा ही कानून होना चाहिए। क्योंकि भाई बहनों में विवाद बढ़ता है रिश्ते में खटास पैदा होती है और अचल संपत्ति जमीन पर भू माफिया का दबाव बनने लगता है घर परिवार बर्बाद हो जाते हैं।
पैतृक संपत्ति में वारिस होने के बाद बहन बुआ या बेटी को हक मिलता है तो भविष्य में सारी स्मपति के नाश होने की संभावना होगी कयो को बुआ बहन बेटी दूसरे कुल और उसका नियंत्रण दूसरे की हाथों में होने के कारण माइके के संपति के विनाश निश्चित है वारिस चाह कर भी कुछ नहीं कर पाएगा
यहां कुछ ज्ञानी ज्ञान पेल रहे है को बेटियो को भी मां बाप की सेवा करना चाहिए। तो उनको बता दू आज के टाइम में बेटियां ही सेवा कर रही है मां बाप की बेटे नही। रही बात संपति देने की तो आज महाराष्ट्र जैसे राज्य में बिना बेटी के परमिशन के आप पिता की एक इंच जमीन नहीं बेच सकते उत्तर प्रदेश में भी ये कानून जल्द से जल्द लागू होना चाहिए उनको भी उतना ही अधिकार है जितना एक पुत्र को एक टाइम के बाद बेटे अपनी बहन कि इज्जत नहीं करते उनको बुलाते तक नही अपने घर इस कानून के वजह से।
जिनके कोही परिवार नही वह बेटीया का हक क्या जानेगे अनाथाश्रम में सबसे ज्यादा हिंदू परिवार है उसका क्या ऐसे बेटे लोगोको पिताजी की संपत्ती में अधिकार कैसे
व्हाइट बैकग्राउंड तो पोजीशन लॉ ऑर्डर तो मैरिज लॉ जो लड़के शादी करते हैं जो पिता उनके शादी कर देते हैं कर देते हैं तो वह मालिक है और मालिक होकर किसी दूसरे घर लड़की को लड़की से दूसरा रिश्ता नहीं होना चाहिए सारा खर्चा आपको उठना पड़ेगा यह कोर्ट का फैसला नहीं की शादी रोड का कीचड़ नहीं है शादी एक मजहब है और इसकी जो है आत्मा और परमात्मा का रचनात्मक है इसकी तुलना कोड कैसे करते हैं उनको निर्वाह उनके खर्च खर्च देना पड़ेगा उठाना पड़ेगा
Beti ko uska pati barabar dabaw dalega apne bhaiyon hissa lene ke liye jisase ghar ghar me kalah mach jawegi ,jisase har bhaiyon ko bahne dushman lagegi ,apas ka prem rakhi ka tyohar khatam ho jawega.
Sir hamare pardada ke naam per khatiyan hai lekin dusra party sabhi farji kewala karva ke jameen ko kabja kar liya hai uske upar ham kya kar sakte hain
Nirnay akadam uchit he kyoki beti ka aadhikar me kewal bhai bahan ka vivad utpanna hota he bahan to sasural jo ki aapna ghar me maje se rahti he wo rahna bhi chahiye beta proporty ka dekhbhal kar bacha ke rakhta he fir beti aa jati he aadhikar chahiye bol ke sampatti ko kya sasural aapna ghar le jayegi usko to aapna pati ka petrik sampatti mila hi he fir wo aapna pati sammpati dekhegi ki pita ka sampatti dekhegi ye wwiwad utpanna karne ka kanun he
😢 यदि मदर ने अपनी चाल और अचल की संपति अपने छोटे पुत्र के नाम बसियत दी है और बाद में मदर के जीवित रहते us छोटे कीमौत हो जाती है बादमें येक महीने बाद मदर की डेथ हो जाती है तो क्या इस वसीयत के अनुसार उनकी चल और अचल संपत्ति उसके छोटे पुत्र के लीगल heirs को मिलेगी या यह बसियात का कोई मतलब नही रहेगा।कृपया अपनी कानूनी राय से कृतार्थ करें।
Sir meri bua ka 7 12 me naam he Aur vo bahot sukhi sampan he fir bhi vo hamari jamin me se unka hissha mag rahi he to kya karna chahiye me Gujarat se hu
Pita ki sampati mey beti ka adhikar tab to hona chahiye Beti agar shadi nahi Hui Beti agar viklang hai Beti agar wido hai or pita key pas reh Rahi hoti ho
V. Good, Biggest problem solved in relations bcoz all married girls who are working & not working do not take their in-laws responsibilities & try to eat the cake & pie too. Very dangerous situations happened with their husband & inlaws, wherein the married girls parents hv taken undue advantage to break their family poisoning their relations. Most marriages break due married girls parents interference. Bcoz law supports the girl, but how far the girl is true ? If her parents are culprits, she realise it very late, then no reverse is possible, she must be treated like servants in her parents home. But if she is harassed by her husband, then ONLY the parents & brother’s support come to protect her NOT to break the marriage, but to solve all problems & live peacefully
A married daughtet has no natural right( moral) to claim the paternal / ancesttal property. As the father bears matrimonial expences/ through which she differs to other family. I will request. The honourable judges/ govt not to deteriorate the old golden traditions & oblige.
Agar betiyon ki shadi ke baad ki sthiti dekhni chaiye agar vo well setteled haii to use share nahi dena chaiye bhai apni marzi se jo bhi de vo le lena chaiye
Sarkar ya court yadi patrik sampatti me sadi suda ko hak deti hai iska matlab grihyudh karana chahti hai aur court me kes hogi sab beta beti ka dhan lut legi
Court aisa adhukar kyun di ladki ko jo ab ghr ghr me musibat aapadi ...rista khtm horehi...behen lalach se case file kr ke zamin chin rehe ...sabkuch sadi me lene ke baad...
Supreme court se request hai ki Aisa anyay na Karen kyunki kuchh Garib bahan beti bhi kuchh bimar bhi hoti hai jinko na sasural se ilaaj hota hai na mayke wale se aur dudh bhai unka hissa kha jaate Hain man baap ke bad puchte bhi Nahin hai korona ke time per hamare bhai itne paise Wale lekin unhone hamari kabhi help Nahin ki humne ro ro ke jindagi ke din Kante supreme court Se meri request ki please Aisa faisla knowledge se Garib bahanon korona pade😢😭😭🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
सही फैसला लिया गया है,बेटी का हक तो सुसराल में होता है, भाई-बहन का पवित्र रिश्ता होता है पवित्र रिश्ता ही रहने दें,
Matlab behan dolat ko tyaag kar rishta nibhaay...bhai bhi to bahn ke liye dolat ka tyaag rishta nibha sakta hai
बेटी को पढ़ा लिखा कर जॉब मिलता है,फिर शादी में लाखों खर्चा होता है।लड़की जो भी कमाती है उसमें ससुरालबालों का हक होता है,लेकिन मां बाप की देखभाल केवल बेटा करे क्यों।
पैतृक सम्पत्ति में बेटी के हिस्सा जी ज़मीन की कीमत 6 लाख और उसकी शादी में हुए खर्चे का ब्याज सहित राशि 77 लाख हो गईं फिर पीहर में हिस्सा दिलाना उचित है?
शादी के बाद बेटि को पिता के यहा नही पती कि सम्पत्ति मे अधिकतर मिलता है। शादी शुदा बेटी शशुराल वालो के दबाव मे अपने भाई के सम्पत्ति मे दखल करती है।तो भाई भहन के बीच बैमनुयता फैलती है। स्वागत है ऐसे कानून की।।
पिता की संपत्ति में पुत्र पुत्री किसी का अधिकार नहीं होना चाहिए व्यक्ति अपना संपत्ति किसे देगा अपनी मर्जी बेटा जूता मारेगा तो क्या बेटा को हम संपत्ति देंगे बिल्कुल नहीं। बेटा हो या बेटी जो इज्जत करेगा जो सेवा करेगा वही उत्तराधिकार है
Chahe bhai ko barbad kar de ladki aur damad lalach mein fir kya kahenge
बेटी को सिर्फ इन हालत में पिता की सम्पति पर अधिकार मिलना चाहिए:
1. Unmarried daughter
2. Widow daughter dependent on father.
3. Divorcee daughter dependent on father.
4. Only daughter(s) of father.
सुप्रीम कोर्ट का महामूर्खता एवं कमीनापन।
आप का निरनय मुकबबल है ।सही फैसला है ।
यह बहुत अच्छा फैसला है।अब भाई बहन में दुश्मनीं नहीं होगी।
हाँँ अच्छा फेसला हे बहुत अडछा
इस मुकदमा का जजमेंट डिग्री उपलब्ध कराया जाए
बहुत अच्छा फैसला दिया गया है ,,, अब वो औरते नहीं है समाज में जिनके ऊपर दया आती थी ,, अपने मन की करती है किसी के बस में रहना पसंद नहीं करतीं
👍🙏🏼
Aap bhi raho na kisi ke bas me.. sirf aurate kyu rahe bas me..
Agar janam diya hai to beta aur beti dono ko saman adhikar dena padega.. dahej mat do... Par hissa to Dena padega apne sabhi bachho ko barabar..warna bachhe paida hi mat karo
Satya vachan
पहीली बात यह है निचली कोर्ट ने दिया फैसला बदल दिया है! मतलब साफ है। की ओ गलत दिया है तो फैसला देने वाला ईस न्याय व्यवस्थामे गलत कभी नही माना गलया. हम लोग पुरे बरबाद होजाते है ऊपरकी कोर्ट जाते जाते!
जवानी मे केस दर्ज करो ईन्तजार मे बुढे होकर मर जा ओ लेकी ईतनी देर क्यो एसा कभी कीसने नही पुछा ना कोई पुछने की हीम्मत करता.है।जो पुछेगा कोर्टक् अवमान होगा ईसलीये ऊपर चलो वास्तविक निचले कोर्ट का फैसले को चॅलेन्ज करना यही पर अवमान है!
दुख होता है जीसपर भरोसा कीया असनेही धोका दिया कीसके पास रोये अब मजाक चल रहा हैरूपये वाले लढते हे गरीब वैसाही मर रहा है! तो ओ अपना खुदका फैसला सुनाता नही तोभी फैसला आये तक जिन्दा रहुगा या नही उससे बेहतर आजही मर्डर करके क्या होगा फासी मरना तो है। हर तारीख पे मरनेसे बेहतर एकबारकेस फाईल
आज भी मजबुरी है ९९परसेन्ट लोक न्याय व्थवस्थापर भरोसा नही करते क्योकी आदमी पेसे लेकर झुट गवाह दे रहा और न्याय व्यवस्था भरोसा कर रही है
पोलीस ईनव्हेटीकेशन कर रही जिसको कुछभी मालुम नही ओ चिल्हाह चिल्हाकर सफाई दे रहा जेल सजा वारकौ सजा को अन्जाम दे रही । सजा खत्म हुई बेगुन्हा बडा कातील बनकर बाहार आरहा है जबतक बच्चे बिबि पुरा परीवार बेहाल हुवा मजबुर हुवा पत्नी शरीर बेचकर बच्चे पालकर मर रही वा क्या बात है !
जबतक न्याय व्थवस्था अपना फैसला ९०दिन मे नही दे सकती तो परीवार का खर्चा सारी जिम्मेदारी सरकार ऊठाये या तो न्यायालय
अमेरीका मे यही होता हे! मर्डरहुवा मॅजी साथमे पोलीस ईन मे रहता है सब सचाई स्वयम मालुम रहती वहीपर टेम्पररी सेड मे अदालत सुरू आर दुसरे दिन जो है औ फैसला.मीलता है!यहापर सीर्फ पोलीस आरटीओका काम ईमानदारीसे करतीहै बाकी मतलब नही आर आरटिओ एजंट के भरोसे चलता है!साहाबजी ईस काले फत्तरोके दिवारोके अंन्दर सजा भुगतने वाले जो है आ सीर्फ काले कोट वालोको मनमानी दक्षना देनेमे कम पडे है वरना सबतो बाहार है ।
वकील साहाब बुरा मत मान लेना हमने तो सच्चाई लीखी ईमानदारी तो आधे पेट सो रही है जब मोदीजीको हराने हम चल रहे तो दुनिया को ईमानदार नही चाहीये
बेमान पेटभरके खायेगा ईमादार हल चलाये
गर मोदि जी रहे तो कीसे काटा चुभने ना पाये
हम बिलकुल राज नितीसे सर्पक नही रखते यह हमारी सत्यता है
जयसीयारामजीकी
वैसे भी पिता की संपत्ति में बेटी को अधिकार नहीं होना चाहिए बेटी का उत्तरदायित्व और कर्तव्य और सेवा सब ससुराल में होती है यहीं पर का अधिकार होना हे माता पिता बेटी को बड़ा करके योग्य बनाकर विवाह करके ससुराल में भेज देता है उन्हें कुछ भी मिलता नहीं है इसलिए जब बेटी का सारा कर्म क्षेत्र ससुराल है तो अधिकार भी वही होना चाहिए विचित्र स्थिति में अनहोनी होती है बेटी कमजोर हो जाती है तो माता पिता और भाई का हिदायत है कि अगर वह सक्षम है तो मदद करें और इसी तरह से इत्तेफाक से बेटी बहुत ताकतवर है और उसके माता-पिता है भाई कमजोर है उसे भी मदद करना चाहिए करना ही होगा अगर यह दोनों बातों का पालन हो
Kya bikul sahi hai? Agar beti shadi hi na kare toh? Ye kis hindu kitab mein likha hai ki beti hi sasural jaegi? Kya pati k marne ka baad har sasural uss beti ka khayal rakhega? Kya pati k zinda rehete har sasural us beti ka khayal rakhta hai? Tumhare hisab se Agar bharat ki har ladki manaa kar de ki hum sasural nahin jayenge balki pati sasural aayega toh tumhari shadi hogi?
सही कहा आपने सहमत हूं आपकी बात से
Jab beti ko sasural me dukh hota pratadit kiya jata hoga to vah kahan jaegi man bap ke gar hi to jaegi or jo padi likhi nahin hogi to vah kya karke Khali or kahan rahegi
Beti sadi krke sasural nhi jayenge blki pti dusre ke gher rhega na ab nhi chal payega ab samaj me bdlav hoga beti ko hisssa mil ke rhega ydi koi nhi jbarjsti ke lenge Mera hissa koi lega lelenge
मैंने अपनी बेटी को 51%और बेटे को 49% देने का फैसला किया है और ऐसा सब को करना चाहिए। बचपन से नज़ो में पली बेटी को अचानक पराया करदेना बेबकुफी है।
लडकी को पढाओ , धुमधम से शादी व सासुरल मे अपने माँ बाप की जबाबदारी नही ले सकती तो फिर निर्णय उचित है ।
लेकिन आज कल की बहने तो भाई की सभी प्रापर्टी भी खुब हड़प रही है।
Ryt
@@sarojpal1365❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤1
Ryt
Right
Right
अगर किसी कारण से बेटी को हक दिया भी जाए पर उसके बाद में नोमानी भाई ही होना चाहिए उसकी यानी बेटी की ओलाद नहीं
नमस्कार वकील साहब बहुत अच्छा जानकारी आपने दीया इसके लिए धन्यवाद थैंक्यू सर जी
सनातन वैदिक संविधान के अनुसार पिता की मूल संपत्ति पर बेटी का अधिकार नहीं होता है विवाह उपरांत ससुराल में ही बेटी का संपत्ति में अधिकार होता है ऐसा ही कानून होना चाहिए। क्योंकि माता-पिता और भाई दहेज संपत्ति में ही बेटी बहन को सब कुछ दे देते हैं।
तुम जिसके हाथ का खा खा बड़े होते और बातें करते हैं तो उसको कोई अधिकार नहीं
Dahej dena apradh h😂😂😂
@@pushpapatel125 यदि बेटियाँ पिता के घर संपत्ति का अधिकार लेंगी तो भाई बहन में विवाद बढ़ेगा। और रिश्तो में खटास आएगी इसलिए ससुराल में ही बेटियों का संपत्ति में अधिकार होना चाहिए यही वैदिक संविधान कहता है।
Dahej lena dena apradh hai. Aur hamare Sanatan dharm me beto se jyada adhikar betiyo ka hota hai, pehale bin maange sabkuch mil jaata tha ab maang kar bhi nahi milta. Sanatan dharm ke hisab se beta property ka rakshak hota hai hakdar nahi
Yes you are right
Supreme court needs reform
बिल्कुल ऐसा नहीं है सॉन्ग में 10 लड़कियां सही है वरना आजकल की लड़कियां झूठा मुकदमा करके लड़कों को फंसा रही है परेशान कर रही है सर जेवर और कपड़ा लेकर मायके में बैठ जाती है और झूठा मुकदमा कर देती है
99
Pp99p
बीटी का अधिकार पिता की संपति में बिल्कुल नहीं होना चाहिए
Agr sadi Ho gya. Paise wali h. Phir v jamin mang rhi h.. Ye to Glt h. No.. Ek bhai Apni bahan ki sadi me kitna kharch krta h
@@sweetlessneyaz9736BH CT BH
बेटी को किसी भी किमत में पैतृक संपत्ति में अधिकार नहीं होना चाहिए क्योंकि उसे पालने पोसने के बाद बेटा से अधिक सम्पत्ति मिल जाता है।
समय। स्थान। परिस्थिति।देखकर। न्याय करना होता है।
ससुराल वाले सब छीन कर घर से निकाल देते हैं । फिर लङकी बापके
पास भेज देते हैं ।
यह एक एतिहासिक फैसला है इसके लिए बहुत बहुत बधाई ढेर सारी शुभ कामना
सब घटिया न्यायतंत्र है। एक कुछ बोलता है दूसरा कुछ , तीसरा कुछ। एक दिन ऐसा आएगा लोगों को न्याय खुद ही करना पड़ेगा। जनसंख्या 250 करोड़ होने दो फिर देखना।
Andha qanoon hay.
Sahi bat bole bhai ap
Thongs peheno
Agar beti ko sasural m sampati mili h to us ko pita se sampati nhi leni chahiye Agar sasural m problem h to usko jrur milni chahiye
इतनी दुर जाने से तो अच्छा ये ही होगा कि, बेटी की शादी के बाद ही अपनी इस बेटी से पुर्णतः संबंध ही तोड देना चाहिये और वो भी कानुनी तौर पर…..ना ही ऐसी ब्याही बेटी के घर जाना और ना ही खानावाना…अर्थात सीधा सीधा इस ब्याही हुई बेटी को मुर्दे की श्रेणी में जाल देना …..या मृत समझना…😭😭😭
सबसे महत्वपुर्ण बात ये कि बेटी हो या बेटा, उनका जन्मदाता कौन होता है….इनमें से कोई भी अपनी मर्जी से इस धरती पर नही आता…..😭😭😭😭
सही फैसला है
Very good 👍 Thanks ❤
Bahan ko adhikar milna chahiye
Beti,beta me farak nahi karana chahiye
Dhaneswarsahu
सुप्रीम कोर्ट ने बेटी को पिता की संपत्ति पर अधिकार नहीं दिए जाने का स्वागत है क्यों कि 2015में यह अधिकार दिए जाने के बाद से पिता बेटी भाई बहनों के झगडे बढ़ने लगे जमीन पर भूमाफिया इस बात का फायदा उठाने लगे रास्तों में दरारें पड़ रही थी
Yahi tere saath hona hai to main 😊😊😊 tere ko ek baar Ghar se export to Indian Ocean
Sir kash aap nari ke rup me bahin hoti to kitna harsh aur kushi hoti pita ka beti par aur beti ka sanmbandh to nadiya me faink ....
वैदिक संविधान तो यही कहता है कि ससुराल में ही बेटियों को संपत्ति का अधिकार होना चाहिए पिता के घर पर नहीं इसलिए ऐसा ही कानून होना चाहिए। क्योंकि भाई बहनों में विवाद बढ़ता है रिश्ते में खटास पैदा होती है और अचल संपत्ति जमीन पर भू माफिया का दबाव बनने लगता है घर परिवार बर्बाद हो जाते हैं।
Shai kha apne
""0
बहुत ही अच्छी पहल है।
Neech
@@vedchaturvedi4889kaun ?? Tu ??
Adhikar use do jo maa baap ko aakhri saas tak sambhale aur waise bhi betiya 70% esy hai jo maa baap ko bete se jyada sambhalti hai
Nice
पैतृक संपत्ति में वारिस होने के बाद बहन बुआ या बेटी को हक मिलता है तो भविष्य में सारी स्मपति के नाश होने की संभावना होगी कयो को बुआ बहन बेटी दूसरे कुल और उसका नियंत्रण दूसरे की हाथों में होने के कारण माइके के संपति के विनाश निश्चित है वारिस चाह कर भी कुछ नहीं कर पाएगा
Thongs peheno tum
Outrageous
Veri good
Jo Kanun sarkar hai ghar ghar me biwad ho ga . B. J. P. Or. J. D. U. Dono. Bihar. Se safaya hai
Salute to supreme court
Bahen ka adhikar hona chahiye 😢
Beti Ko apna hak milna chiye jinki beti hi hai vo kya karege
Good news
Jo mata pita ki seva kare us ko hi paroparti milani chahie chahe koi bhi bahari sakash ho
मेरी बुआ सास ने पूरा खर्च करवाके अपने चाचा ओर ओर पिता की जमीन 11 अकड़ ले ली बुआ का ससुराल में भी जमीन है यहां भी अब हमारे पास क्या छोड़ा
Bahut achha kanoon hai bas bete ko bhi apne mata pita ko achche se rakhne ka adhikar hai taki budhape me unko dukh na uthana pde
સુપ્રીમ કોર્ટ ના લાખ લાખ અભિનંદન
जहां बेटा नहीं है । बेटियां हैं तो क्या बेटियों को बाप की प्रापर्टी नहीं मिलेगी।
यहां कुछ ज्ञानी ज्ञान पेल रहे है को बेटियो को भी मां बाप की सेवा करना चाहिए। तो उनको बता दू आज के टाइम में बेटियां ही सेवा कर रही है मां बाप की बेटे नही। रही बात संपति देने की तो आज महाराष्ट्र जैसे राज्य में बिना बेटी के परमिशन के आप पिता की एक इंच जमीन नहीं बेच सकते उत्तर प्रदेश में भी ये कानून जल्द से जल्द लागू होना चाहिए उनको भी उतना ही अधिकार है जितना एक पुत्र को एक टाइम के बाद बेटे अपनी बहन कि इज्जत नहीं करते उनको बुलाते तक नही अपने घर इस कानून के वजह से।
Yes hesa ona chaihe
जिनके कोही परिवार नही वह बेटीया का हक क्या जानेगे अनाथाश्रम में सबसे ज्यादा हिंदू परिवार है उसका क्या ऐसे बेटे लोगोको पिताजी की संपत्ती में अधिकार कैसे
अरे अरे
Good law
भारत आदिवासी पार्टी जिंदाबाद
व्हाइट बैकग्राउंड तो पोजीशन लॉ ऑर्डर तो मैरिज लॉ जो लड़के शादी करते हैं जो पिता उनके शादी कर देते हैं कर देते हैं तो वह मालिक है और मालिक होकर किसी दूसरे घर लड़की को लड़की से दूसरा रिश्ता नहीं होना चाहिए सारा खर्चा आपको उठना पड़ेगा यह कोर्ट का फैसला नहीं की शादी रोड का कीचड़ नहीं है शादी एक मजहब है और इसकी जो है आत्मा और परमात्मा का रचनात्मक है इसकी तुलना कोड कैसे करते हैं उनको निर्वाह उनके खर्च खर्च देना पड़ेगा उठाना पड़ेगा
Sas gujar gai he or sasur ko pyarales he bahu beta bahot seva krte he or betiya hissa mangti he kitna uchit he
Sahi baat hai
Jay samvidhan
Disisation falt hai
Beti ko uska pati barabar dabaw dalega apne bhaiyon hissa lene ke liye jisase ghar ghar me kalah mach jawegi ,jisase har bhaiyon ko bahne dushman lagegi ,apas ka
prem rakhi ka tyohar khatam ho jawega.
Patni should hav family support
बकील साहब दुख होता हे आप कमैंट्स का उत्तर नहीं देते हे
बुआ एवम गुफा की मृत्यु होने के बाद क्या किया जाएगा।क्या सिर्फ वंशा वली में नाम लिख देने से जवाबदेही पूरी हो जाएगी?
Pita jo karaz chhor gye hotey hai usmehbhi to beti sey recovery hona chahiye
Sahi feisla
जय उपेंद्र,,,,,,तय सम्राट❤🎉❤🎉❤🎉❤🎉❤🎉❤🎉❤🎉❤🎉❤🎉❤
Sir hamare pardada ke naam per khatiyan hai lekin dusra party sabhi farji kewala karva ke jameen ko kabja kar liya hai uske upar ham kya kar sakte hain
Agar sadi na ho tb tk pita ka hi sb kuch ho sadi ho jaye to pati ka hi adha ho
Beti ko sasuralmi hissa Milana chahie
Nirnay akadam uchit he kyoki beti ka aadhikar me kewal bhai bahan ka vivad utpanna hota he bahan to sasural jo ki aapna ghar me maje se rahti he wo rahna bhi chahiye beta proporty ka dekhbhal kar bacha ke rakhta he fir beti aa jati he aadhikar chahiye bol ke sampatti ko kya sasural aapna ghar le jayegi usko to aapna pati ka petrik sampatti mila hi he fir wo aapna pati sammpati dekhegi ki pita ka sampatti dekhegi ye wwiwad utpanna karne ka kanun he
Sahi faisla h
😢 यदि मदर ने अपनी चाल और अचल की संपति अपने छोटे पुत्र के नाम बसियत दी है और बाद में मदर के जीवित रहते us छोटे कीमौत हो जाती है बादमें येक महीने बाद मदर की डेथ हो जाती है तो क्या इस वसीयत के अनुसार उनकी चल और अचल संपत्ति उसके छोटे पुत्र के लीगल heirs को मिलेगी या यह बसियात का कोई मतलब नही रहेगा।कृपया अपनी कानूनी राय से कृतार्थ करें।
Sir meri bua ka 7 12 me naam he Aur vo bahot sukhi sampan he fir bhi vo hamari jamin me se unka hissha mag rahi he to kya karna chahiye me Gujarat se hu
Pita ke sampati me betide ko uske shadi ke bad agar uska bhai hai to ,use koi adhikar nahi milni chahiye.
Agar eak bayti hai tho ancestors prperty ki hakkadar Hai ya nahi, jara batahiyhay, my Daughter is just on 21age.
Beti. Ki. Shadi. Ho. Gae. Hai. To. Use. Pita. Ke. Sampatti. Me. Hissa. Nahi. Hona. Chahiye.
RadhaRadhaRamtejRamRam
Koi bhi mata pita beti ko uchit hak nahi deta hai
Pita ki sampati mey beti ka adhikar tab to hona chahiye
Beti agar shadi nahi Hui
Beti agar viklang hai
Beti agar wido hai or pita key pas reh Rahi hoti ho
Beti ka Hak to Sasural Mein Hota Hai
V. Good, Biggest problem solved in relations bcoz all married girls who are working & not working do not take their in-laws responsibilities & try to eat the cake & pie too. Very dangerous situations happened with their husband & inlaws, wherein the married girls parents hv taken undue advantage to break their family poisoning their relations. Most marriages break due married girls parents interference. Bcoz law supports the girl, but how far the girl is true ? If her parents are culprits, she realise it very late, then no reverse is possible, she must be treated like servants in her parents home. But if she is harassed by her husband, then ONLY the parents & brother’s support come to protect her NOT to break the marriage, but to solve all problems & live peacefully
भ्रुण हत्या का कारण क्या है, सरकार को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का विज्ञापन क्यों करना पढ़ रहा है, बेटी किस कारण खतरे में है।
Aap Supreme Court se oopar hain kya?
Ye jawab tamama beta paraston ke liye hai.
Ghatiya kanoon
A married daughtet has no natural right( moral) to claim the paternal / ancesttal property. As the father bears matrimonial expences/ through which she differs to other family. I will request. The honourable judges/ govt not to deteriorate the old golden traditions & oblige.
कोई जगह नही बची ह नारी के लिऐ गुलामी करे बस पति के मर जानें के बाद सब उनके माता पिता को मिलेगा
Bhayi Or bhajan sem hai
जय श्री राम, सत्य की जय हो असत्य का नाश हो।
मां बाप भी बोझ समझते ह बेटी को और मोका पाते ही फटे कपडे मे बिदा कर देते ह बेटी ये देश नारी के लिऐ नहीं ही
Behenko bhi Bhaijaisa,Betikobhi Bete jaisa Hissa Milna Chahiye. 🙏
यह सुप्रिम कोर्ट है या रंगबदला चूडी ।नये सूर्योदय के साथ विचार का नया आयाम आ जाता है।या फिर ये आदेश किसी के कहने पर रोज नया तर्क गढती है।
Agar betiyon ki shadi ke baad ki sthiti dekhni chaiye agar vo well setteled haii to use share nahi dena chaiye bhai apni marzi se jo bhi de vo le lena chaiye
मनुस्मृति के तरफ लौट रहा देश। ऐसा लोगों का कहना है।
Pita ke sampatti mein yadi koi waris nahin hai sirf ladki hai to uska Adhikar Milana hai ya nahin
Sarkar ya court yadi patrik sampatti me sadi suda ko hak deti hai iska matlab grihyudh karana chahti hai aur court me kes hogi sab beta beti ka dhan lut legi
What is the title of the case?
Shadi hote hi ladki ko uske pati ke property me adha hissa de dena chahiye yahi kanoon banna chahiye baap ki property me Koi hak nhi hona chahiye.
Court aisa adhukar kyun di ladki ko jo ab ghr ghr me musibat aapadi ...rista khtm horehi...behen lalach se case file kr ke zamin chin rehe ...sabkuch sadi me lene ke baad...
Supreme court se request hai ki Aisa anyay na Karen kyunki kuchh Garib bahan beti bhi kuchh bimar bhi hoti hai jinko na sasural se ilaaj hota hai na mayke wale se aur dudh bhai unka hissa kha jaate Hain man baap ke bad puchte bhi Nahin hai korona ke time per hamare bhai itne paise Wale lekin unhone hamari kabhi help Nahin ki humne ro ro ke jindagi ke din Kante supreme court Se meri request ki please Aisa faisla knowledge se Garib bahanon korona pade😢😭😭🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Ab dhire dhire mahilaonka sab adhikar band kiye jaynge fier koi baba saheb nahi aane waly
Sir. What are your views about only daughter and widow & divorced daughters who are department on their father ?
Lakin dahej per qanoon banana chahiye.
Beti ko baap ki jayedad mein haq nahi mile yeh faisla bahut hi galat hai.
Aisa.v.haq.nai.milta.koi.parwa.nai